IN STOCK MARKET WHY INTRADAY TRADERS LOSE MONEY ( LEARN IN HINDI)
HELLO FRIENDS आज आप लोग जानेंगे एक ऐसी बिषय जो हर कोई लोग बोलते हैं शेयर मार्किट में पैसे लूज़ करते हैं जी हाँ शेयर मार्किट में लोग पैसे लूज़ करते हैं अर्थात अपना पूंजी खो देते हैं फिर भी क्यों पैसे लगते हैं ?इसका एक ही सवाल है लालच मतलब रातो रातो पैसे बनाना और करोड़ पति होना लेकिन हो जाते हैं रोड पति। तो क्या शेयर मार्किट बेकार है ? जी नहीं लोग पैसे खोते हैं शेयर मार्किट की अधूरी जानकारी के बजाये से कहीं से उनको पता चलता है शेयर मार्किट में से उनका कोई दोस्त का दोस्त हर रोज पैसे कमाता है वह भी 30-45मिनट में कमसे से काम 1000 से ऊपर और अपना काम करना चले जाते हैं। जी हाँ ये भी सच है 30-45 मिनट के अंदर 1000 रूपया से भी ज्यादा पैसे आराम से बनाया जा सकता है ये कोई बड़ी बात नहीं है इसे इंट्राडे ट्रेडिंग बोलते हैं इसका मतलब आप लोगे जानते हैं आज ही ट्रेड लेना और आज ही पोज़िशन काटना। बस यही इंट्राडे ट्रेडिंग में नई ट्रेडर अपना पैसे खोते हैं इंट्राडे ट्रेडिंग में लगभग 90 % से ज्यादा ट्रेडर पैसे खोते हैं। जो नए ट्रेडर हैं वह ब्रोकर की लिवरेज की जाल में फस जाता है और इंट्राडे में ट्रेडिंग करते हैं कभी कभी तक़दीर साथ देने के कारण से 1000-1500 कमाई कर लेता है और खुश हो जाते है फिर सबको अपना कमाई बताना सुरु कर देते है और दूसरा दिन लूज़ जाने से दोष देंगे मार्किट को आज मार्किट ठीक नहीं थी अचानक नीचे चली गयी अचानक ऊपर चली गयी बोलेंगे फिर लूज़ जाने से बोलेंगे मार्किट की चल समझ नहीं पाए फिर लूज़ जाने के बाद बोलेंगे जब हम पोजीशन काट दिए इसके बाद शेयर उठ गया या नीचे चला गया बस ऐसे करते करते अपना मार्जिन मनी भी खो देंगे और आखिर में बोलेंगे शेयर मार्किट से पैसे नहीं बनती है और शेयर मार्किट बेकार है इनको देख हर कोई बोलेंगे शेयर मार्किट से पैसे नहीं बनती है। अगर शेयर मार्किट से पैसे नहीं बनती है तो लोग 30 -45मिनट में 1000 -1500 रूपया आराम से कैसे बनाते हैं बस फर्क है ट्रडिंग करने की ज्ञान में जो पैसे बनाते हैं वह पहले इंट्राडे ट्रेडिंग की टेक्निक को अच्छी तरह से समझ ते हैं उसे प्रैक्टिस करते हैं और डिसिप्लिन के साथ फॉलो करते हैं यह लोग पहले सिखने पे ध्यान देते हैं और कमसे काम लूज़ हो इस में ध्यान देते हैं। लेकिन जो इनको देख के सीधे फयदे करने के लिए शेयर मार्किट में आ जाते हैं और नतीजा आप लोग जान चुके हैं।
इंट्राडे एक टेक्निक है ये टेक्निक को समझ ने के लिए टेक्निकल एनालिसिस के साथ QUANTITATIVE एनालिसिस को भी समझ ना बहुत जरुरी है। लेकिन बहुत सारे इंट्राडे ट्रेडर टेक्निकल एनालिसिस को डिसिप्लिन के साथ फॉलो नहीं करते। जो इंट्राडे ट्रेडर शेयर की ट्रैंड रेवेर्सल में ट्रेडिंग करते हैं वह शेयर मार्किट में पैसे लूज़ करेंगे ही करेंगे । इसके लिए नए ट्रेडर हमेशा ध्यान रखे बुलिश या बेयरिश ट्रैंड जब मजबूत हो रहा होगा वही शेयर में ट्रेडिंग करे जिसे की कमसे काम जोखिम में ज्यादासे ज्यादा फयदा हो। रेवेर्सल ट्रैंड में ट्रेडिंग करे जब परफेक्ट ट्रेडर बन जाये और ऐसे में ज्यादा जोखिम उठा के भी पैसे बना पाएंगे। बुलिश ट्रैंड और बेयरिश ट्रैंड बारे में बिस्तरित रूप से इस साइट में बताये गए हैं उसे पढ़िये। शेयर मार्किट एक ज्ञान की समुन्दर है हर रोज एक नयी चीज़ सिखाती है ट्रेडिंग करने से पहले सरे एनालिसिस की बेसिक ज्ञान को जाने और इम्प्लीमेंट करे फिर डिसिप्लिन के साथ ट्रेड करे अगर शेयर ऊपर जा रहा है तो बिना एनालिसिस की buy मात करे नीचे जा रही है तो बिना एनालिसिस की sell मत करे ट्रैंड की मजबूती देख के ट्रैड के लूज़ क्या चीज़ है भूल जायेंगे
Comments
Post a Comment