BEARISH TREAND REVERSAL WITH RSI AND ADX (IN BETWEEN FIBONACHI LEVEL)

HELLO FRIENDS आज आप लोग जानेंगे बेयरिश ट्रैंड रेवेर्सल के बारे में। रेवेर्सल मतलब आपस लौटना यानि जाते हुए को मोड़ना और पीछे लाना। जभी भी कोई ट्रैंड मजबूती के साथ आगे बढ़ रहा हो वह बुलिश ट्रैंड हो या बेयरिश ट्रैंड हो जब रेवेर्सल होती है तो क्या होती है। जब बुलिश ट्रैंड रेवेर्सल देती है तो वह शेयर की दाम नीचे आने लगती है  और बेयरिश ट्रैंड रेवेर्सल देती है तो शेयर की दाम ऊपर जाने लगती है लेकिन यह रेवेर्सल ट्रैंड ज्यादा देर तक नहीं ऊपर जा पति है नहीं नीचे। यह कुछ लेवल तक ही ऊपर जाती और नीचे अति है  अगर ट्रेडर जान जायेंगे शेयर की प्राइस कहाँ तक मजबूती जाएगी और कहाँ से रेवेर्सल देगी तो इसकी ट्रैंड की हिसाब से ट्रेडर ट्रेड करेंगे जिसे कमसे काम लूज़ और ज्यादा प्रॉफिट कर पाएंगे। तो आये जाने बेयरिश ट्रैंड रिवर्सल के बारे में। जभी भी कोई शेयर की दाम फिबोनाची दो लेवल के  अंदर ऊपर नीचे हो रहा होगा ऐसे शेयर की ट्रैंड समझ के ट्रेडिंग किया जाये  तो इंट्राडे ट्रेडिंग में बहुत ज्यादा फ्रॉफिट होना तय है और बिना ट्रैंड जाने ट्रेडिंग करना इंट्राडे में घातक साबित हो सकता है और ज्यादा से ज्यादा लूज़ होने की सम्भाबना है इसीलिए इंट्राडे में 90 % ट्रेडर पैसा खोते हैं इसमें से ज्यादा तोर ट्रेडर बेयरिश ट्रैंड रेवेर्सल में पैसे खोते हैं।  जभी कोई ट्रेडर किसी भी शेयर को कब sell  करते हैं जब मार्किट बेयरिश यानि डाउन ट्रैंड होती है। कुछ देर तक नीचे चली अति है जिसे देख ट्रेडर शेयर को sell कर लेते हैं लेकिन कुछ देर में बेयरिश ट्रैंड रेवेर्सल देती है जिसको ट्रेडर समझ नहीं पाते और शेयर प्राइस ऊपर चली जाती है ट्रेडर सोचते हैं मार्किट नीचे आएगी लेकिन धीरे धीरे शेयर की  दाम ऊपर ही ऊपर जाने लगती है जिसे ट्रेडर की लोस्स बढ़ती जाती है ट्रेडर कुछ देर तक इन्तिज़ार करते हैं लेकिन पसेंसे खो देते हैं और पोजीशन काट लेते हैं मतलब SQUIRE OFF कर देते है जैसे ही  SQUIRE OFF कर देते हैं शेयर की दाम फिरसे गिरना सुरु हो जाती है और सोचते है मेरा ही इन्तिज़ार कर रहा था SQUIRE OFF करते ही गिरना सुरु हो गयी अभी पोजीशन कटे होते तो लोस्स तोडा कामती हुआ होता। लेकिन बास्तब  में ऐसा नहीं है जब ट्रेडर SQUIRE OFF किया उसी समय शेयर की प्राइस उसकी ऊपर जाने की लेवल को छुलिये थे और उसी प्राइस से नीचे गिरना सुरु हो गयी हम लोग सोचे हमारे पोजीशन काटते ही गिर गयी।


बेयरिश  रेवेर्सल को कैसे पहचानेंगे आए जाने  :-
                                    (फोटो के ऊपर डबल क्लिक करे फोटो को बड़ा देखने के लिए)
जभी भी फिबोनाची लेवल की दो लेवल के अंदर 20 SMA और 50 SMA की क्रोसे ओवर हो तो  देखे बुलिश क्रोसे ओवर या बेयरिश  क्रोसे ओवर है इसे पहले पहचाने। इसके बाद RSI लेवल देखे  और सबसे बड़ी बात ADX की ट्रैंड अछि तरह देखे वह ट्रैंड बुलिश है या बुलिश ट्रैंड रेवेर्सल है  बेयरिश ट्रैंड है या बेयरिश ट्रैंड रेवेर्सल है। तो चलिये  बेयरिश ट्रैंड रेवेर्सल को जाने।
बेयरिश  ट्रैंड रेवेर्सल (BEARISH TREAND REVERSAL):- फिबोनाची के दो लेवल के अंदर जभी भी 20 SMA  के  नीचे  शेयर प्राइस ट्रेड हो रहा हो और RSI 50 लेवल के नीचे आ जाये इसके साथ साथ ADX की लेवल मजबूती से  ऊपर  जाये मतलब ADX STRONG हो रहा होगा तो बेयरिश ट्रैंड STRONG हो रहा है ऐसे में शेयर की प्राइस बहुत  तेजी से नीचे आएगी  और तबतक गिरेगी जबतक की  फिबोनाची की LOWER लेवल को छू  ना ले छूने के बाद  जैसे ही शेयर की प्राइस रेवेर्सल दे  अर्थात शेयर की प्राइस फिबोनाची के लेवल से  ऊपर ट्रेड करे और RSI  OVER SOLD  होके  ऊपर जाने लगे  इसके साथ  ADX की STRONG BEARISH TREAND रेवेर्सल दे रहा हो तो शेयर की प्राइस ऊपर जाने लगेगी ऐसे में शेयर  की डिलीवरी परसेंटेज अगर धीरे धीरे  40 %ऊपर चला जाये तो प्राइस तेजी से ऊपर जाने लगेगी  ऐसे शेयर 20 SMA तक जाएगी अगर 20 SMA को प्राइस पार कर दे और RSI 50 लेवल को पार कर दे तो और बुलिश ट्रैंड हो जाएगी। 

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